गुज़रे वक्त के कुछ भीड़ में खोएअपनों की यादें लिए फ़िरती हूँ..कभी रो लेती हूँ, कभी मुस्कुरा भी लेती हूँ ।इस दिल में आज भी उनका घरबड़े प्यार से सँवार लेती हूँ.. ❤ - लवी ❤
गुज़रे वक्त के कुछ भीड़ में खोएअपनों की यादें लिए फ़िरती हूँ..कभी रो लेती हूँ, कभी मुस्कुरा भी लेती हूँ ।इस दिल में आज भी उनका घरबड़े प्यार से सँवार लेती हूँ.. ❤
- लवी ❤