हरयाली , हाँ इसी नाम से बुलाते थे जब तुम छोटी सी थी, मुझे याद मेरे जन्मदिन पर तुमने अपने नन्हे नन्हे हाथों से मुझे केक खिलाया था और मेरे लिए तुम चॉकलेट भी लायी थी। सर्दियां थी और तुमने लाल रंग का स्वेटर ओर उस ओर उसीसे मैच होती टोपी, हाथों में चॉकलेट लिए हुए इधर उधर घूमती रहती हैं।
अब अगर अभी की बात करूं तो बस दिन भर किताबें ओर रसाई में किये गए प्रयोग । सुना है तुम बचपन मे लड़को की पिटाई कर देती थी, अच्छा है, सबक सिखाना चाइए।
आज तुम्हारा ही दिन है, खूब मज़े करो, खुश रहो, हमेसा आगे बढ़ती रहो।