जाते–जाते अपने ही जला जाते है ,
भरे शमशान में जलता छोड़ आते है ।
कैसा विधान है ये इस दुनिया का ना जाने ,
जिसे जीवन भर अपना कहते रहे ,
वही अकेला वीरान छोड़ आते है।
..........................."त्याग शांति अनंतरम:"-
अक्सर रात कुछ खामोशी कह देती हैं,
कुछ अंदर दबे जज़्बात कह देती है ,
यू ही नही कहते की ये रात डरावनी हैं,
अक्सर इस अंधेरो में कुछ बंद राज कह देती है ।-
भक्ति कोई प्रदर्शन का विषय नही है ,
बल्कि भक्ति तो निजी दर्शन का विषय है ।
जिसे केवल स्वयं तक ही सीमित रखा जाए ,
ना की इसका दिखावा किया जाय ।-
कुछ खोया हुआ है ,उसे ढूंढने जा रहा हूं ,
बिखरा जो पड़ा है उसे समेटने जा रहा हूं।
ये राते इतनी लंबी सी क्यू लग रही है मुझे ,
जैसे अमावस में खोया कोई चांद ढूंढने जा रहा हूं।-
गलतियां की है तो , उस दर्द को सहना होगा ,
उस तपन में खुद को डुबोना होगा ।
कोई नही आएगा इस तड़पती बिलखती रातों में.....
संभालने तुझे ,
ये जिंदगी का सबक है ,
इसे तुझे अकेले ही तय करना होगा-
जीवन के उस मोड़ पर आकर खड़े है ,
की घर की उम्मीदें हमसे कम होती नही ,
और ये जिंदगी की उलझने हमे जीने देती नही ।
जीते तों है इस महफिलों में दर्द समेटे हुए ,
लेकिन अचानक दर्द की सुलह जिंदा रहने देती नही ।
चाहते तो है की ये हादसा हो जाए , किसी राह पर ,
लेकिन किसी की दुआ है जो हमे मरने देती नही।-
जाओ तो बता के जाना ,
खता क्या है बता के जाना ,
मैं यू ही नही रोकुगा तुम्हे अपने मतलब से ,
बस इतना कहूंगा अपना मतलब बता के जाना।-
क्यू ना निकालू जज़्बात जो दिल में भरे है मेरे ,
किसी से राय थोड़े ना मांगी है जीने के लिए ।
कुछ है अंदर दफन जो सिसकते हुए निकला है ,
किसी का साथ थोड़े ना मांगा है शरीक होने के लिए।-
मुझसे दूर जाने का ये ख्याल ना रह जाए ,
दूर चले जाए तो बिछड़ने का मलाल ना रह जाए।
मैं वही रहूंगा जहां तूने छोड़ा था मुझे ,
याद रख छोड़ जाने पर दिल में कोई सवाल ना रह जाए ।-
तमाम ए जिंदगी गुजार दी मैने उन लोगो का करते हुए,
और वो कहते है तुमने किया ही क्या है ,
मैं पूछता हूं की क्या सोच के पूछ लिया तुमने ये सवाल मुझसे ,
तुम ये नही जानते की की मेरा तुम्हारे सिवा ही क्या है ।-