तसल्ली के भी ख़ूबनख़रे हैं...चाहें...लाख ज़हमत करो,मिलती ही नही है..! - Kushagra
तसल्ली के भी ख़ूबनख़रे हैं...चाहें...लाख ज़हमत करो,मिलती ही नही है..!
- Kushagra