तुम्हें छीटों से बचाने को जो बारिश अपनी शर्ट पर ली थी नधुलने के बाद भी उस पर यादें नज़र आती हैं...--कुँवर प्रतीक-- - KKunwar Prateek
तुम्हें छीटों से बचाने को जो बारिश अपनी शर्ट पर ली थी नधुलने के बाद भी उस पर यादें नज़र आती हैं...--कुँवर प्रतीक--
- KKunwar Prateek