23 JUN 2017 AT 9:31

तुम्हें छीटों से बचाने को
जो बारिश अपनी शर्ट पर ली थी न
धुलने के बाद भी उस पर
यादें नज़र आती हैं...
--कुँवर प्रतीक--

- KKunwar Prateek