Kunwar Love Singh   (Kunwar Love Singh)
83 Followers 0 Following

तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी,
पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सब के स्वामी,
ॐ जय जगदीश हरे।।
Joined 17 July 2017


तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी,
पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सब के स्वामी,
ॐ जय जगदीश हरे।।
Joined 17 July 2017
17 NOV 2022 AT 21:29

इश्क़ की बीमारी है, दवा तेरी यारी है,
तू छोड़ तीर-ए-नज़र, मेरी मरने की तैयारी है।

-


28 SEP 2022 AT 22:27

छोटी सी मुस्कान के पीछे कुछ छुपा नही पाओगे,
तुम्हारी शक्ल पर उदासी के नक्शे कुरेदे जा चुके हैं।

-


26 SEP 2022 AT 23:36

घूमते भटकते आवारगी में कई बार
मैं प्रेंम करने वालों से टकराया हूँ,
लेकिन मसला हमेशा यह रहा कि मेरे पास
किसी को देने के लिए प्रेंम था ही नही।

-


12 SEP 2022 AT 15:00

जा चुके हैं वो.. और ना लौटने का वादा कर गए,
खुद को आधा छोड़ गए या मुझको आधा कर गए।

-


6 SEP 2022 AT 0:35

मेरे अंदर मैं मरता रहा.. जीती रहीं तेरी यादें,
मुझे ही खाती रहीं.. पोषित होती रहीं तेरी यादें।

-


12 AUG 2022 AT 19:30

प्रेमी होना... शायर होने से ज्यादा बड़ी उपलब्धि है,
शायर के शब्दों से ज्यादा गहरा प्रेमी का मौन होता है।

-


4 NOV 2021 AT 8:56

मैं उस प्रकाश को नमन करता हूँ
जो समृद्धि, शुभता, अच्छा स्वास्थ्य, धन की प्रचुरता
लाता है और शत्रु बुद्धि का विनाश करता है ।

-


14 AUG 2021 AT 10:24

ये तेरा इश्क़ भी अजीब तमाशा है,
तन्हाई में गुम.. भीड में बेतहाशा है।

-


5 AUG 2021 AT 10:44

-


20 JUL 2021 AT 9:18

-


Fetching Kunwar Love Singh Quotes