Kunal Mehta   (Kunal mehta)
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Joined 30 September 2017


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10 DEC 2021 AT 23:51

क्यूं कृष्ण कृष्ण पुकारे मीरा . . .
क्यूं राधा तेरी दीवानी है . . .

मुरली मनोहर श्याम हमारे
क्यूं अधूरी प्रेम कहानी है . . ? ?

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18 NOV 2020 AT 1:42

इश्क़ की बात करते हो मियाँ , और इश्क़ नहीं करते ..
देखते सभी को हो बेगम की तरह , किसी के शौहर क्यों नहीं बनते ..!!

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4 OCT 2020 AT 23:37

अभी सोया ही था , की तेरे ख्यालों ने जगा दिया..
फिर लिखने लगा तेरे बारे में, तो नींद को भुला दिया ..

ये कैसा इश्क़ है जो मैं निभाता जा रहा हूं ..,
जिसे देखा नहीं आज तक , फिर क्यूं उसे भुलाता जा रहा हूं..!!

आग लगी है जो सीने में, अपनी कलम से बुझा रहा हूं
अपने इन आंसुओं को , अपने अंदर ही दबा रहा हूं..

मैं चीख रहा हूं .. मैं चिल्ला रहा हूं...
ये कैसा इश्क़ है जो मैं निभाता जा रहा हूं..!!

एक सूरत है धुंधली सी.., एक सीरत है बदली सी ..
वो कौन है.., जिसकी तलाश किए जा रहा हूं ..!!

सफर में कई साल बीत गए.., में फिर भी चला जा रहा हूं..
ये कैसा इश्क़ है जो मैं निभाता जा रहा हूं..!!

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13 SEP 2020 AT 22:33

Someday someplace sometime a moment will come..
where we will be holding hands and walking together...

a few words , lots of emotions.. and a chilly air..
those dawns and dusks of beautiful winter..

behind those fog , a love will blossom..
hugs and kisses will be new normal..

bonfire and lovely music is still a dream..
where the stories will be recited to our kid..

Someday.. Someplace .. Sometime....

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18 JUL 2020 AT 23:35

सोचा लिखूं तुम्हारे बारे में, तो ये ख्याल आया
इतना हसीन लिख सकेगा क्या , ये सवाल आया ..

देखने लगा मैं तुम्हें फिर एक दफा
कलम के दिल से भी “ ना ” आया ..!!

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15 JUL 2020 AT 23:32

अपने अंदर के बवंडर को बाहर निकाल..
जी भर के आज सब को तू सुना डाल..

बड़ा कदम और कुछ एसा कर कमाल ..
जलने वालों को तू अपनी खुशियों से जला डाल..!!

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6 JUL 2020 AT 2:02

गुस्ताख़ी जो की है इन निग़ाहों ने , तुम्हारी सूरत देख कर...
अब इन्हें कुछ और ख़ूबसूरत लगे.., तो लगे कैसे..!!

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27 JUN 2020 AT 0:53

ये दिल की बातें भी कितनी अजीब है
जिसे भुलाने बैठे है वोही दिल के करीब है..!!

हज़ारों भ्रम रखता था मोहब्बत में.., मैं मगर
मोहब्बत ही भ्रम निकली, क्या खूब मेरा अजीज है ..!!

किस्से कहूं अब बातें उसकी, कोई सुनने को तयार नहीं
और बोलते है दोस्त सभी , दोस्ती यही तो चीज है..!!

वाह रे कलम ..!! है शुक्रिया तेरा ...
जो सुना है तूने मुझसे अब वो कहां किसी को नसीब है..!!

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12 JUN 2020 AT 2:37

हमारे दर्मियां अब हम नहीं है ..
करीब होकर भी एक दूसरे से फासले कम नहीं है ..!!

डरते थे कभी एक दूसरे के दूर जाने से ..
आज दूर इतने आ गए की कोई गम नहीं है ..!!

सीने से लग रहे है आख़िरी दफा, में जनता हूं
ये तुझसे किया वादा है जो आंखें नम नहीं है ..!!

अब लिख दिए है तुझपर किस्से कहानियां इतनी
के ख्याल तो अब भी है मगर कलम नहीं है ..!!

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16 MAY 2020 AT 2:53

इश्क़ की गली से गुज़र गए तुम्हें बेवफ़ा समझ कर ..
उसी गली में होगा मकाँ एक और भी, सोचा ना था ..!!

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