ये हर कसूरवार सोचता था। -
ये हर कसूरवार सोचता था।
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सिलसिला !उनकी शिकायतों का और,मेरी आजमाइशों का । -
सिलसिला !उनकी शिकायतों का और,मेरी आजमाइशों का ।
मेरी आह भी तेरी,मेरी वाह भी तेरी । -
मेरी आह भी तेरी,मेरी वाह भी तेरी ।
मुझे उनकी फिक्र है,इस फिक्र कि उन्हें.... ...फिक्र नहीं। -
मुझे उनकी फिक्र है,इस फिक्र कि उन्हें.... ...फिक्र नहीं।
किस्त - दर - किस्त अपनी तलाश जारी है -
किस्त - दर - किस्त अपनी तलाश जारी है
मुझ में मेरा होना, जैसे गुनाह हो गया । -
मुझ में मेरा होना, जैसे गुनाह हो गया ।
उफ्फ !बेसाख्ता से पत्ते, सर्द हवाएं.....तुमसे दूरी और, नाकाम होती तुमसे मिलने की हर साजिशें।। -
उफ्फ !बेसाख्ता से पत्ते, सर्द हवाएं.....तुमसे दूरी और, नाकाम होती तुमसे मिलने की हर साजिशें।।
पूछा जो मैंने उनसे आज,मीठे में क्या है....उन्होंने मुस्कुरा के,अपने होठों को मेरे होठों पे रख दिया !!! -
पूछा जो मैंने उनसे आज,मीठे में क्या है....उन्होंने मुस्कुरा के,अपने होठों को मेरे होठों पे रख दिया !!!
हमे खुद जलाने का हुनर पता है, तभी तो हम रोशनी के मोहताज नहीं। -
हमे खुद जलाने का हुनर पता है, तभी तो हम रोशनी के मोहताज नहीं।
इतवार का भी दर्द होता है, साहब....कभी स्कूल न जाने वाले बच्चों से पूछा है। -
इतवार का भी दर्द होता है, साहब....कभी स्कूल न जाने वाले बच्चों से पूछा है।