डूब ना जाइयो प्यार में फिर से यूँही काफ़िर,इन्तज़ार तो कर अभी जिंदगी की आहटे बाकी हैं... - Secluded Nomad
डूब ना जाइयो प्यार में फिर से यूँही काफ़िर,इन्तज़ार तो कर अभी जिंदगी की आहटे बाकी हैं...
- Secluded Nomad