16 JUL 2018 AT 12:39

एक समय आता है,
असली रूप दिखलाता है,
ठोकरे खिलाता है,
अहसास दिलाता है,
संभल जा मत कर नादानी,
पत्थर बन और मुकाम हासिल कर,
फिर दो मीठी बातों से यह दिल पिघल जाता है |

- Krishna Ponia