krishna   (Unpaired_machine)
49 Followers · 3 Following

Joined 18 May 2020


Joined 18 May 2020
30 MAY 2022 AT 12:24

मैं धूल-मिट्ठी, मैं कीचड़, मैं जमशेदपुर का अनपढ़ गरीब जाहिल सारा,
चलो ,
पूरा पटना शहर तुम्हारा ॥

तुम वैक्सीन, तुम क्वारंटीन... तुम Cylinder oxygen का ।
मैं कोरोना का Patient बेचारा।।

-


6 MAY 2022 AT 3:06

फिर से किस्सा आधा-अधुरा रह गया,
शायद

-


22 JAN 2022 AT 15:03

आईना, मंद ये मुस्कुराहटें तेरी..
मुसाफिर,कहीं फ़िर इश्क़ तो नहीं...

-


24 MAR 2021 AT 20:14

जब दिखी मुझे भी पहली दफ़ा,उसके चेहरे पे मुस्कान थी,
बात करने का मन तो बहुत था,
पर क्या करे वो हमसे अनजान थी,

उसकी मासुमियत छुपे भी ना छुपे,
वो कुछ ऐसी ही मासूम सी नादान थी,
वो मस्ती में रहती थी हर दम,जैसे हर परेशानी से नादान थी
बात करने का मन तो बहुत था,पर वो फिर भी हमसे अनजान थी,

-


6 AUG 2021 AT 14:04

पता नहीं,हमें ये कैसी बीमारी लगती हैं,
हमें हमारी पागल होने की
तैयारी लगती है !!

देखा है जब से तुम्हें;
आयने में अब मैं नहीं रहता,
उसमे भी हमे सूरत तुम्हारी दिखती है !!

ना दिखें जिस दिन तू मुझे,
तबियत ज़रा सी बिगडी रहती है,
हाय ! ये महोब्बत तो हमे एक बीमारी लगती है !!

-


5 JUL 2021 AT 3:30

मैं धूल-मिट्ठी, मैं कीचड़, मैं गाँव का अनपढ़ गरीब जाहिल सारा,
चलो ,
जमशेदपुर शहर तुम्हारा ॥

तुम वैक्सीन, तुम क्वारंटीन... तुम Cylinder oxygen का ।
मैं कोरोना का Patient बेचारा।।

-


14 MAY 2021 AT 1:09

तू किसी और की हो जाएगी, पहले बताना था न,
अब गैर की बातें अच्छी लगने लगी है तुम्हें,
तो सपने कम दिखाना था न...?

सुना है तुझपे अब किसी और का पहरा है ।
अगर, मोहब्बत मुझसे थी तो,मरते दम तक मुझे आजमाना था न...?

-


6 MAY 2021 AT 19:41

तू किसी और की हो जाएगी, पहले बताना था न, अब गैर की बातें अच्छी लगने लगी है तुम्हें,तो सपने कम दिखाना था न...?

अब तो रो-रोकर गुज़ार रहे हैं दिनो-रात मेरे और तुझे ख़बर तक नहीं, बता तो जरा, कभीँ मेरी खामोशियों को पढ़ लेना, तेरा एक बहाना था न...?

तू तो कहती थी जान साथ मिलकर करेंगे नाम रौशन, साफ साफ कह, तेरा मकसद मेरा वज़ूद मिटाना था न..?

तूने तो अकेले ले लिया फैसला मुझसे दूर होने का, अरे बेवफ़ा कभी मेरा सोचा, मैं भी तो दीवाना था न...?

मेरी लापरवाहियां बढ़ी तो तूने दूसरा खोज लिया? तुझे तो हक था, मुझें थप्पड़ मारे के समझाना था न...?

सुना है तुझपे अब किसी और का पहरा है अब, मोहब्बत मुझसे थी तो मरते दम तक मुझे आजमाना था न...?

-


6 MAY 2021 AT 12:05

मैने कहा... हम तुम्हे याद करते है..
उन्हें लगा... हम तुम्हारी फरियाद करते है।।😔

-


25 APR 2021 AT 13:32

दिल की बातें सुना रहा तू पागल, किसे वहाँ,
लोग ,झूठे लोगों को सुनना पसंद करते है,
जहाँ ||

-


Fetching krishna Quotes