Paid Content -
Paid Content
-
— % &— % &— % & -
— % &— % &— % &
सवेरा धुंधला नज़र आता है,रोशनी में आँखे मलते कुछ नज़र नहीं आता है,रात की चाँदनी में साफ नज़र आता है,सूरज की किरणों में कुछ नज़र नहीं आता है। -
सवेरा धुंधला नज़र आता है,रोशनी में आँखे मलते कुछ नज़र नहीं आता है,रात की चाँदनी में साफ नज़र आता है,सूरज की किरणों में कुछ नज़र नहीं आता है।
बस सुरते,वो नहीं जानता सीरतों को,झाँक लेना अपने अंदर भी,बाहर नहीं कुछ जानने को। -
बस सुरते,वो नहीं जानता सीरतों को,झाँक लेना अपने अंदर भी,बाहर नहीं कुछ जानने को।