बहुत बिलखे थे मेरे आँसू तेरी कब्र पर आँखे बिछाकर,अब भला मौत पछतावे से पिघलती कहाँ है। - Komal Tanwar
बहुत बिलखे थे मेरे आँसू तेरी कब्र पर आँखे बिछाकर,अब भला मौत पछतावे से पिघलती कहाँ है।
- Komal Tanwar