वही गलिया वही राहेंसूनी मगर अब है हवाएंवही हम वही वे सबमगर क्यों भूल गए धड़कने दिल है सारेजिंदा हैं फिर भी क्यों मर गए यूँही कई इंसानियत के साये!! - Bindiya❤
वही गलिया वही राहेंसूनी मगर अब है हवाएंवही हम वही वे सबमगर क्यों भूल गए धड़कने दिल है सारेजिंदा हैं फिर भी क्यों मर गए यूँही कई इंसानियत के साये!!
- Bindiya❤