12 OCT 2017 AT 22:23

वही गलिया वही राहें
सूनी मगर अब है हवाएं
वही हम वही वे सब
मगर क्यों भूल गए धड़कने दिल है सारे
जिंदा हैं फिर भी क्यों मर गए यूँही कई इंसानियत के साये!!

- Bindiya❤