खुद को ही नहीं समझ सकी मैं आज तक,,और ये दुनिया जाने मुझे क्या क्या समझ लेती है।। - kokil jain
खुद को ही नहीं समझ सकी मैं आज तक,,और ये दुनिया जाने मुझे क्या क्या समझ लेती है।।
- kokil jain