इन बेबाक़ बादलों की तरह बरसने का हुनर रखो,बात जो दिल में हो तो उसे ज़बान पर रखने की भी क़ुव्वत रखो। - Khyati
इन बेबाक़ बादलों की तरह बरसने का हुनर रखो,बात जो दिल में हो तो उसे ज़बान पर रखने की भी क़ुव्वत रखो।
- Khyati