19 APR 2018 AT 10:28

कभी मंच पर बजते घुंघरू
तो कभी कोठे के घुंघरू तले टूटा काँच देखा,
अफ़सोस एक जगह लोगों ने नृत्य
तो एक जगह नाच देखा

- Khushi Bhargava خوشی

- Khushi Bhargava خوشی