Fahad Rizwan Khan   (फ़हद रिज़वान ख़ान)
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Joined 3 December 2016


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9 APR AT 2:09

क्यों हम उस शख़्स को उजलत में गँवा देते हैं
जिसके होने से सँवर सकती थी दुनियाँ अपनी

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12 JUL 2023 AT 11:01

Having a person from your past constantly popping back into your life is like that one song that just won't stop playing on shuffle mode.
No matter how hard you skip, your life's DJ seems to be hell-bent on making you groove to their tune.

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16 MAR 2022 AT 0:33

"दुनिया की ऐसी कोई ज़बान नही है, जो एक पतंगे को ये समझा सके कि दीये की जलती हुई लौ जानलेवा है।"

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4 FEB 2022 AT 1:51

मोहब्बत की पहली और सबसे बड़ी अलामत ही यही है कि इसकी शिद्दत को ख़त्म नही किया जा सकता।

आगे चल कर ये मोहब्बत जुनून में या फिर नफ़रत में भी तब्दील हो सकती है लेकिन इसकी शिद्दत उम्र भर किसी तौर पर ख़त्म नही की जा सकती।

इसलिए जब कोई ये कहे, कि अब उसे फ़र्क़ नही पड़ता तो समझ लेना कि झूट 'शिद्दत' से बोला गया है।— % &

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2 FEB 2022 AT 13:00

If something is for 'Free',
You are the 'Product'.— % &

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7 DEC 2020 AT 18:20

क्या हुआ तुम पे हम ज़ाहिर न हुए
क्या हुआ इश्क़ में शाइर न हुए
ये भी क्या कम है कि इमरोज़ हैं हम
क्या हुआ हम अगर साहिर न हुए

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20 FEB 2017 AT 9:13

मैं 8 साल का था जब मुझे चौथी कक्षा में पढ़ाया गया कि 'होली और दिवाली हिंदुओं का मुख्य त्यौहार है और ईद मुसलमानों का।'
......और मुझे उस वक़्त बहुत बुरा लग रहा था क्योंकि बचपन से ही अपने घर में मैंने होली ईद और दिवाली साथ मनते देखी थी।
घर आते ही पापा से पूछ लिया की पापा मेरी किताब में ऐसा क्यों लिखा है?
पापा ने मेरी तरफ देखा और कहा कि वो किताब उन्होंने भी पढ़ी थी अपने बचपन में...और उस किताब में थोड़ी सी गलती हो गयी है,
दरअसल उसमे ये लिखा होना चाहिए था कि होली दिवाली और ईद हिंदुस्तानियों के मुख्य त्यौहार हैं।
हां, अब मैं खुश था और मेरे पापा न जाने क्या सोच कर मुस्कुराये जा रहे थे..........

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5 FEB 2017 AT 5:14

दास्ताँ तो और भी हसीन होती..
अगर...
तुम मग़रूर न हो गए होते..
और हम मजबूर न हो गए होते।।।

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13 DEC 2021 AT 23:12

जिस्म की क़ैद में है ज़ात अपनी
बर्ग-ए-गुल सी लगे सबात अपनी
वादा-ए-इश्क़ दायमी है तो फिर
कैसे कह दूँ तुझे हयात अपनी

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21 NOV 2021 AT 18:18

अक़्ल ने लाख तुझे बे-महर कहा लेकिन
दिल ने हर बार यही बात मुल्तवी कर दी

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