24 MAR 2018 AT 18:39

बंजर हो चुकी है हर आरजू अब,
दस्तक भी दे दिल पे;
कोई आंस नही होती।।
बरस जाए बादल भी कोई,
अब इश्क़ की प्यास नही होती ।।

- - केशव किशोर"क्रिस्टोफ़र"