Kaustubh Pachauree   (©✍🏻कौस्तुभ पचौरी ❤️)
17 Followers · 1 Following

इंसान हूँ भाई
Joined 14 August 2017


इंसान हूँ भाई
Joined 14 August 2017
22 JAN 2023 AT 17:30

तेरी, मेरी, सबकी,
बस, इतनी है "औकात"...

लकड़ी पर जलकर,
बन जाना.......

एक "मटकी" राख...

-


21 JAN 2023 AT 22:11

कौन क्या सोचता है??
"फर्क" नहीं अब..
"आजाद" हैं सब............
वे "सोचने" के लिए,
मैं "जीने" के लिए..

-


4 JAN 2023 AT 11:06

पसंद नहीं आती अब,
इस ज़माने को "सादगी" तेरी.....
यह "बनावट" का ज़माना है,
यहां "मिलावट" ही पुजती है............

-


19 OCT 2022 AT 10:56

काम रहे, सो याद रहे,
फिर, याद करे ने कोई..
सुख दुख आपही झेलने,
पर, समझे तुम्हें ने कोई..

-


7 MAY 2021 AT 1:56

किसी ने सुना,
किसी को सुनाया,
कोई खुद सुनाई दे गया..

उनके साथ ने,
साथ का साथ यूं दिया,
कि,
साथ-साथ जुदाई दे गया..

-


21 MAR 2021 AT 11:05

उनकी जुल्फ़े, उनके झुमके, उनकी पायल, उनकी आवाज़..
इनकी यादों से, उनकी एक आखिरी याद,
आखिर रह गई..

लम्हा, पल, वक़्त, महीने, साल, दिन.. सब गुज़रे..
पर एक आखिरी रात आखिर रह गई..

जो हँसी उनके चेहरे पर थी,
वो हँसी आखिर हमारे चेहरे पर ही रह गई,

यार, उनसे बात करने की, एक आखिरी बात आखिर रह गई..
यार, उनसे बात करने की, एक आखिरी बात आखिर रह गई..
-©✍🏻कौस्तुभ पचौरी ❣️

-


26 AUG 2020 AT 1:35

एक लंबा "Message" लिखके,
उसे बार-बार "Erase" करना.........
अब,
"अनकही" कहानियों का जन्म,
"Digitally", होता है................

-


4 JUL 2020 AT 2:24

अच्छा सुनो!
तुम ना, बाल ज़रा बड़े रखा करो,
और कानों में लटकन वाला झुमका पहना करो,

फिर बालों को एक कान में लटकते हुए झुमके के पीछे रखकर,
दूजे कान तरफ, उन्हें कंधे के आगें रखा करो,

ताकि दिखे तुम्हारा झुमका मुझे, और दिखो मुझे,
उस झुमके में तुम.....

अच्छा सुनो!
कान के पीछे एक छोटा सा काला टीका भी लगाया करो,
ताकि लगे ना तुम्हें नज़र मेरी, और बसी रहो मेरी नज़रों में तुम.......

बस ऐसे ही तो बसाया है, तुम्हें मैंने अपनी कल्पनाओं के संसार मे,
क्योंकि अब बस कल्पनाओं में ही तो मिलते हैं,

हम और तुम.................
- ✍🏻 कौस्तुभ पचौरी ❣️

-


28 JUN 2020 AT 21:35

"सुनवे" वाले बहुत मिले,

"समझवे" वालो मिलो ना "कोऊ"..

अगर! समझते, बे तनिक भी हमकों,

सो, "फूट-फूट" के रोते "दोऊ"..........

-


18 JUN 2020 AT 21:33

तुमसे इश्क़ करना भी एक वजह है,
तुमसे इश्क़ "ना" करने की वजहों में.......

-


Fetching Kaustubh Pachauree Quotes