इतना कुछ तो मिल गया हैअब क्यों है तू परेशान,बस गांव ही तो छूटा है, और दो चार पुराने यारलेकिन कमाया भी तो है तूने लंबी गाड़ी और नया मकान -
इतना कुछ तो मिल गया हैअब क्यों है तू परेशान,बस गांव ही तो छूटा है, और दो चार पुराने यारलेकिन कमाया भी तो है तूने लंबी गाड़ी और नया मकान
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मैंने देखा ही नही कोई मौसम,मैंने चाहा है तुम्हे चाय की तरह -
मैंने देखा ही नही कोई मौसम,मैंने चाहा है तुम्हे चाय की तरह
रात को आते होसुबह उड़ जाते होपूछो कभी अपने घर से,क्या मुझे पहचानते हो ? -
रात को आते होसुबह उड़ जाते होपूछो कभी अपने घर से,क्या मुझे पहचानते हो ?
साँसों में उसकी खुशबू लिए चलता हूँमानो उसने घोलकर जिस्म पिला दियालफ्ज़ नही बचते अब इज़हार-ए-मोहब्बत के लिएतो गले लगाकर उसको थोड़ा सा रुला दिया -
साँसों में उसकी खुशबू लिए चलता हूँमानो उसने घोलकर जिस्म पिला दियालफ्ज़ नही बचते अब इज़हार-ए-मोहब्बत के लिएतो गले लगाकर उसको थोड़ा सा रुला दिया
कुछ यूँ बातें होगी, कब सोचा थायूँ खूबसूरत रातें होंगी, कब सोचा थावक़्त को यूँ उड़ते हुए पहले कभी नही देखारातें छोटी और ज्यादा बातें होंगी, कब सोचा था -
कुछ यूँ बातें होगी, कब सोचा थायूँ खूबसूरत रातें होंगी, कब सोचा थावक़्त को यूँ उड़ते हुए पहले कभी नही देखारातें छोटी और ज्यादा बातें होंगी, कब सोचा था
तितली सी है वो, रंग बिरंगी बातें उसकीहवा महल की खिड़की सी, बड़ी बड़ी आंखें उसकीखुद वो बेहद खूबसूरत, इमारत जैसे ताज कीऊपर से माशाल्लाह, मुस्कुराहट उसकी काँच सी -
तितली सी है वो, रंग बिरंगी बातें उसकीहवा महल की खिड़की सी, बड़ी बड़ी आंखें उसकीखुद वो बेहद खूबसूरत, इमारत जैसे ताज कीऊपर से माशाल्लाह, मुस्कुराहट उसकी काँच सी
अब जो तू मेरा हमसफर होगामेरी ज़िन्दगी में खूबसूरत पहला पहर होगाखट्टी मीठी बातें और बातों में हमारी राय होगीसुबह उठकर तेरे हाथ की गरमागरम चाय होगी -
अब जो तू मेरा हमसफर होगामेरी ज़िन्दगी में खूबसूरत पहला पहर होगाखट्टी मीठी बातें और बातों में हमारी राय होगीसुबह उठकर तेरे हाथ की गरमागरम चाय होगी
झूठ कहो, मना नहीं हैलेकिन आँखें तो झुकाया करोउठी हुई आँखों में प्यार झलकता हैयूँ बेवकूफ तो ना बनाया करो -
झूठ कहो, मना नहीं हैलेकिन आँखें तो झुकाया करोउठी हुई आँखों में प्यार झलकता हैयूँ बेवकूफ तो ना बनाया करो
जब खड़ा हूँ मैं बीचों-बीच बाज़ार मेंअगर ख़्वाब देखूँ तो क्यों गुनाहगार मैँ -
जब खड़ा हूँ मैं बीचों-बीच बाज़ार मेंअगर ख़्वाब देखूँ तो क्यों गुनाहगार मैँ
नैनों से नैन मिलाना कोई तुमसे सीखेबिन देखे दिल धड़काना कोई तुमसे सीखेहम तो आशिक़ थे खूबसूरत आंखों केआशिक़ी को प्यार तक पहुंचाना कोई तुमसे सीखे -
नैनों से नैन मिलाना कोई तुमसे सीखेबिन देखे दिल धड़काना कोई तुमसे सीखेहम तो आशिक़ थे खूबसूरत आंखों केआशिक़ी को प्यार तक पहुंचाना कोई तुमसे सीखे