किसी नें मोहब्बत लिखीतो किसी ने करार लिखा ।लेकिन हमनें अपनी हर शायरी में सिर्फ तेरा इंतजार लिखा ।। -
किसी नें मोहब्बत लिखीतो किसी ने करार लिखा ।लेकिन हमनें अपनी हर शायरी में सिर्फ तेरा इंतजार लिखा ।।
-
बहुत दूर है तुम्हारे घर से हमारे घर का किनारा,पर हम हवा के हर झोंके से पूछ लेते हैं क्या हाल है तुम्हारा. -
बहुत दूर है तुम्हारे घर से हमारे घर का किनारा,पर हम हवा के हर झोंके से पूछ लेते हैं क्या हाल है तुम्हारा.
कितना लुत्फ ले रहे हैं लोग मेरे दर्द-ओ-ग़म का,ऐ इश्क़ देख तूने तो मेरा तमाशा ही बना दिया। -
कितना लुत्फ ले रहे हैं लोग मेरे दर्द-ओ-ग़म का,ऐ इश्क़ देख तूने तो मेरा तमाशा ही बना दिया।
सारे ज़माने में बँट गया वक़्त उसका,हमारे हिस्से में सिर्फ़ बहाने आए। -
सारे ज़माने में बँट गया वक़्त उसका,हमारे हिस्से में सिर्फ़ बहाने आए।
अगर मेरी चाहतो के मुताबिकजमाने में हर बात होती..तो बस मै होता,तुम होतीऔर सारी रात बरसात होती..!!". -
अगर मेरी चाहतो के मुताबिकजमाने में हर बात होती..तो बस मै होता,तुम होतीऔर सारी रात बरसात होती..!!".
जो कुछ भी हूं, पर यार गुनहगार नहीं हूंदहलीज हूं, दरवाजा हूं, पर मैं दीवार नहीं हूं। -
जो कुछ भी हूं, पर यार गुनहगार नहीं हूंदहलीज हूं, दरवाजा हूं, पर मैं दीवार नहीं हूं।
तू वफ़ा निभाने का वादा तो कर, रब-ए-कायनात की कसम।दम-ए-आखिर तक तेरा साथ न निभाया तो काफ़िर कहना।। -
तू वफ़ा निभाने का वादा तो कर, रब-ए-कायनात की कसम।दम-ए-आखिर तक तेरा साथ न निभाया तो काफ़िर कहना।।
नाम देने से कौन से रिश्ते सँवर जाते हैं,जहाँ रूह न बँधे दिल बिखर जाते हैं। -
नाम देने से कौन से रिश्ते सँवर जाते हैं,जहाँ रूह न बँधे दिल बिखर जाते हैं।
ना छेड़ किस्सा वो सियासत काबड़ी लम्बी_कहानी हैजिदंगी से नही हारा मैंने किसी अपने की मेहरबानी है -
ना छेड़ किस्सा वो सियासत काबड़ी लम्बी_कहानी हैजिदंगी से नही हारा मैंने किसी अपने की मेहरबानी है
दिल की घड़कन और मेरी सदा है तू मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है तू चाहा है तुझे चाहत से भी बढ़ कर मेरी चाहत और चाहत की इंतिहा है तू -
दिल की घड़कन और मेरी सदा है तू मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है तू चाहा है तुझे चाहत से भी बढ़ कर मेरी चाहत और चाहत की इंतिहा है तू