17 JAN 2018 AT 17:23

ना बात तुम्हारी, ना याद हमारी
उस रब ने लिखी ये ऐसी कहानी
ना कुसूर तुम्हारा, ना ख़ता हमारी
तक़दीर में नहीं कोई निशानी हमारी

- Kanishka Rao