आज की सुबह, हर सुबह की तरह आई,और बुला के आगे निकल गई.और मैं, हर रोज़ की तरह, वहीं खड़ा, सारा दिन उसे, पकड़ने की कोशिश करता रहा. - Q
आज की सुबह, हर सुबह की तरह आई,और बुला के आगे निकल गई.और मैं, हर रोज़ की तरह, वहीं खड़ा, सारा दिन उसे, पकड़ने की कोशिश करता रहा.
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