14 SEP 2017 AT 8:20

आज की सुबह, हर सुबह की तरह आई,
और बुला के आगे निकल गई.
और मैं, हर रोज़ की तरह, वहीं खड़ा,
सारा दिन उसे, पकड़ने की कोशिश करता रहा.

- Q