25 JUN 2017 AT 23:29

आग यहाँ हर तरफ है
हर तरफ शोले भभक रहे
हर आशिक़ यहाँ तन्हा है
हर दिल यहाँ भड़का है
हर भड़के दिल की
अब कलम शोर मचाती है
कभी आग पर पानी
कभी घी बन जाती है

- Kanak jethani