आग यहाँ हर तरफ हैहर तरफ शोले भभक रहेहर आशिक़ यहाँ तन्हा हैहर दिल यहाँ भड़का हैहर भड़के दिल कीअब कलम शोर मचाती हैकभी आग पर पानी कभी घी बन जाती है - Kanak jethani
आग यहाँ हर तरफ हैहर तरफ शोले भभक रहेहर आशिक़ यहाँ तन्हा हैहर दिल यहाँ भड़का हैहर भड़के दिल कीअब कलम शोर मचाती हैकभी आग पर पानी कभी घी बन जाती है
- Kanak jethani