Kamalesh Kumar Pathak 'अकेला'   ('कमल' बरेलवी)
757 Followers · 103 Following

read more
Joined 12 February 2018


read more
Joined 12 February 2018

23/1/2024
*****************************
दर्द उसने कुछ दिया था आजमाने के लिए।
फिर कहा तुम ठीक हो अब दिल लगाने के लिए।
*****************************
तन्हा शायर
'कमल' बरेलवी

-



12/10/2023
************************
हमने तमाम उम्र बस यूॅं ही गुज़ार दी ।
आया न कोई मुझसे रिफाकत के वास्ते ।
************************
तन्हा शायर
'कमल' बरेलवी

-



28/8/2023
*************************
रुसवाईयों का खौफ करेगा तू और क्या ।
आया नहीं है कोई अयादत के वास्ते ।
*************************
तन्हा शायर
'कमल' बरेलवी

-



28/8/2023
************************
चलते हैं चलो दूर यहाॅं ख़ार हैं गहरे ।
वेवक्त 'कमल' हो गया है भीड़ में तन्हा ।
************************
तन्हा शायर
'कमल' बरेलवी

-



11/7/2023
****************************************
शगूफ़ों से न पूछो हाल-ए-दिल उस आशनाई का ।
तबस्सुम जिसने ओंठों पर सजाकर ख़्वाब बाॅंटे हैं ।
****************************************
तन्हा शायर
कमलेश कुमार पाठक'अकेला'
ग्राम -सिंघा,जिला-बरेली
उत्तर प्रदेश

-



10/7/2023
*****************************
पुलिंदा बाॅंध लो साहिब मुकर्रर वक्त जाने का ।
अभी मदहोशियां हैं इस ज़माने की बहुत तुमको ।
*****************************
तन्हा शायर
कमलेश कुमार पाठक'अकेला'
ग्राम -सिंघा जिला-बरेली
उत्तर प्रदेश

-



12/6/2023
*************************
तेरे ख़्वाबों में आएंगे तेरी नींदें चुराने को ।
मेरी जहाॅं दिल का दरवाजा जरा सा खोल के रखना ।
*************************
तन्हा शायर
कमलेश कुमार पाठक'अकेला'
ग्राम -सिंघा,जिला-बरेली
उत्तर प्रदेश

-



12/6/2023
*******************************
मोहब्बत चीज़ क्या है यह न पूंछो इस जमाने से ।
यह वो खंजर है जो नज़रों से दिल के पार होता है ।
*******************************
तन्हा शायर
कमलेश कुमार पाठक'अकेला'
ग्राम -सिंघा,जिला-बरेली
उत्तर प्रदेश

-



20/5/2023
------------------
ज़ुल्फें रुखसार पर तू इस कदर डाला न कर ज़ालिम ।
मेरा महताब तो जैसे छिपा रहता हो बदली में ।।
-----------------------------
तन्हा शायर
कमलेश कुमार पाठक'अकेला'
ग्राम -सिंघा,जिला-बरेली
उत्तर प्रदेश

-



'कमल' बरेलवी के दोहे
----------------------
1-
मन के सागर में नहीं,तुझ सा कोई मीत ।
क्यों भूलें सुनते नहीं,कर लो हमसे प्रीत।
2-
जीवन तो दिन चार है, क्यों बोले कटु बैन ।
मन तुझसे ही है लगा, तरस रहे हैं नैन ।
***********************
तन्हा शायर
कमलेश कुमार पाठक'अकेला'
ग्राम -सिंघा,जिला-बरेली
उत्तर प्रदेश

-


Fetching Kamalesh Kumar Pathak 'अकेला' Quotes