जिंदगी में कभी उन लोगों के लिए खुद को खुली किताब बनाकर मत रखो, जो आप को पढ़ने में सक्षम नहीं हैं। परन्तु उनके लिए कभी बंद किताब बन कर भी मत रहो, जिनका आपको पढ़ना अतिआवश्यक हो।
दुनिया पूछती है इंतजार कर लोगे? पर शायद, यह नहीं जानती कि इंतजार उसका किया जाता है। जो सच्चा हो, जो खुद के फायदे के लिए इंतजार ना करा रहा हो, जो मजबूर हो, जिसके बदलने की उम्मीद ना हो।