Jyoti Arya   (©Dhuni✍️)
62 Followers · 29 Following

☺️
Joined 17 July 2017


☺️
Joined 17 July 2017
12 AUG 2022 AT 0:51

Flip the coin and I will be calm and composed. Again flip the coin and I will be like 'Who are you?'
It depends on how you flip the coin..

-


17 AUG 2021 AT 19:17

नहीं हो कोई सीमाएं
ऐसे आसमान में फिर से उड़ना चाहती हूं।
जो बढ़ रहीं ज़िम्मेदारियां जीवन में,
चंद लम्हों के लिए उनसे मुकरना चाहती हूं।

एक बार फिर खुलकर जीना चाहती हूं...

-


4 JUL 2021 AT 21:41

When you reach at its peak without letting others to know and without being consoled...

-


4 JUL 2021 AT 20:14

थी मैं करीब तीन वर्ष की,
और रंगों की पहचान हुई ऐसी।
थी सब गोरी चांद चकोरी,
और मैं ही एक सांवली सी।।

किया नहीं मैंने ना जाने क्या क्या,
इस रंग को तन से मिटाने को,
साबुन पावडर दूध मलाई अपनाया,
गोरी चमड़ी पाने को।

पर किसको अपना हाल बताऊं?
असर दिखी ना थोड़ी भी,
और रह गई मैं सांवली सी।।

-


3 JUL 2021 AT 17:17

मुझे मुझमें मुझसा मुझको जिन्दा रहने दे।

ज्वार हुई तो जलने दे,
जलपात हुई तो बहने दे,

स्वर्ण हुई तो ताप में अपनी सुद्धता प्रमाणित कर जाऊँ,
माटी हुई तो कुम्हार के ढांचे में ढल सवंर जाऊँ।

धूल हुई तो अंधियों में उड़ जाने दे,
चट्टान हुई तो पर्वत सृंखला बनाने दे।

मशाल हुई तो आंदोलन प्रतिक बन जाऊं,
लौ हुई तो दीपमाला बन मंदिर शुशोभित कर जाऊं।

-


3 JUL 2021 AT 10:27

तुझको क्या चाहिए चल मुझे तू बता,
बडे़ दिनों से लग रहा तू मुझे खफ़ा खफा।

जो कल सर्द मेें था ठिठुरता,
भूख से पेट सिकुड़ता,
आज तन ढके हुए,पेट भी भरे हुए
फिर भी तेरा मन क्यों है कचोटता?
तुझको क्या चाहिए चल मुझे तू बता।

नींद क्यों उड़ी हुई, चैन भी जुदा है क्यों?
सांस चल रही तेरी,फिर भी मुर्दा है क्यों?
राह लंबी अभी, तलब तेरी पूरी नहीं
इस तलब को लिए न जाने गमदीदा है क्यों?

बेहतर कोई तुझसे है,और तू किसी से है
ये जानकर भी दूसरों से स्वयं को क्यों तौलता।
अपनी कमियों को गिन ख़ुद को कम मोलता
तुझको क्या चाहिए चल मुझे तू बता।

-


2 JUL 2021 AT 21:37

ख़ुद की तलाश, अनगिनत सवालों के साथ।।

-


9 MAR 2021 AT 16:11

अभी करीब आकर तुझे जी भर कर देखा भी न था।
जो सुलगाई तूने मुहब्बत की आग उसमें ख़ुद को अभी झोंका भी न था।।
और बस तुम मुस्कुरा कर, मुझे सब्र दिला कर चल दिए..

-


9 MAR 2021 AT 10:01

There is only one life and you don't even know what's next..
Then why to hide your true self!! 🤷

-


28 FEB 2021 AT 15:42

रात के मुशाफिर हम, दिन का उजाला ढूंढने चलें
ललक लिए एक प्याले की, वो खोई मधुशाला ढूंढने चलें।।

-


Fetching Jyoti Arya Quotes