दोस्त अब थकने लगे हैं
किसी का पेट निकल आया है
किसी के बाल पकने लगे हैं
सब पर भारी-जिम्मेदारी है
सबको छोटी मोटी कोई बीमारी है
दिनभर जो भागते दौड़ते थे
वो अब चलते चलते भी थकने लगे हैं
पर ये हकीकत है
सब दोस्त थकने लगे हैं
किसी को लोन की फिक्र है
कहीं हेल्थ टेस्ट का जिक्र है
फुर्सत की सब को कमी है
आंखों में अजीब सी नमी है
कल जो प्यार के खत लिखते थे
आज बीमे के फार्म भरने में लगे हैं
पर ये हकीकत है
सब दोस्त थकने लगे हैं
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एक फकीर की बेहतरीन बात
एक फकीर नदी के किनारे बैठा था ,किसी ने पूछा बाबा क्या कर रहे हो ? - फकीर ने कहा
इंतजार कर रहा हूं कि पूरी नदी बह जाए तो फिर पार करूं। उस व्यक्ति ने कहा कैसी बात कर रहे हो बाबा पूरा जल बहने के इंतजार में तो तुम कभी नदी पार ही नहीं कर पाओगे । फकीर ने कहा यही मै तुम लोगों को समझाना चाहता हूं कि तुम लोग जो सदा यह कहते हो कि एक बार जीवन की जिम्मदारियां पूरी हो जाएं तो मौज करूं , घूमूं फिरूं, सबसे मिलूं , सेवा करूं ,जैसे नदी का जल खत्म नही होगा हमको इस जल से ही पार जाने का रास्ता बनाना है, - इस प्रकार जीवन खत्म हो जाएगा पर जीव के काम कभी खत्म नही होगा।-
हर रोज गिर कर भी
मुकम्मल खड़े है
ऐ ज़िन्दगी देख,
मेरे होंसले तुझसे भी बड़े है।
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लेकर मौसम की बहार,
आया है बसंत ऋतु का त्योहार,
आओ हम सब मिलकर मनाएं,
दिल में भर के उमंग और प्यार,
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं
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जिन रिश्तों को आपकी मौजूदगी से परहेज़ होने लगे तो
वहां से मुस्करा कर चले जाना ही बेहतर होता है।।
किस मुँह से सुलह करू ,
झगड़ा भी तो नहीं हुआ है,-
जब तक आप जीत नहीं जाते
तब तक किसी को आपके
कहानी में INTEREST नहीं होगा
तो पहले दुनिया को जितके दिखाओ.
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बीता हुआ कल बदला नहीं जा सकता,
लेकिन आने वाला कल हमेशा आपके हाथ में होता है!
आगे बढ़ो
अपना इतिहास लिखो।।
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घटिया लोगों की सबसे बड़ी पहचान ये है की||
आप उन्हें जितनी इज़्ज़त दोगे वो आपको उतनी ही तकलीफ़ देंगे..!
گھٹیا لوگوں کی سبسے بڑی پہچان یہ ہے کہ||
آپ انہیں جتنی عزت دوگے وہ آپ کو اتنی ہی تکلیف دینگے..!-