Yarr khud se bat kiye
kaafi aarsa ho gya h
Tum aao toh bethe kabhi........-
Jitendra Singh Bhati
(Jitendra Singh Bhati)
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Discover yourself
Joined 22 December 2019
11 JAN 2022 AT 8:39
27 JUN 2021 AT 22:03
आधे से कुछ ज्यादा है,
पूरे से कुछ कम,
कुछ जिंदगी....
कुछ गम...
कुछ इश्क .. कुछ हम!!!
-
30 MAR 2021 AT 18:52
किसे बताएं, कैसे बताएं कि
कैसे है हम......
पर इतना जरूर है कि
पहले जैसे बिल्कुल नहीं है।-
15 OCT 2020 AT 17:38
इरादें कुछ और हो ,
मंजिल पर नहीं
रास्तों पर जोर हो ,
खेलने का मजा भी तब है
जब मुश्किलों का दौर हो ।
-
25 JUN 2020 AT 0:19
Love is nothing but
Connecting in such a way
that there is no scope for
separation.-
11 JUN 2020 AT 21:53
अक्सर लोग हमसे पुछते है
कि तुम कठिन सी राहों पर
आसानी से कैसे चल लेते हो......
जवाब कुछ यु था....
" कि हमें हमारे गुरूजी ने रास्ते नहीं
चलना सिखाया है "-
3 APR 2020 AT 13:07
आपकी छवि सुंदर बस इतनी-सी है,
कि हमारे पास तारीफ़ के लफ़्ज़ों की कमी-सी है-