कहता हूँ मैं भुला दूँगा तुम्हें आज
भूल जायेंगे हम दोनों ही
भुला देना तुम भी
मेरी अगली पिछली बातों को
डाल देना मिट्टी मेरे आँसुओ पर
रौंदते हुए चल देना मुझें मगर सुनों
कुछ पल तो ठहर जाओ
समेटने दो मुझें मेरी मन्नतों के पल
जानें दूँगा तुम्हें ना रोकूँगा कभी
लेकिन याद रखना तुम
मिलूँगा तुम में ही मेरे सागर हो तुम
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