उन होठों पे सजी मोहब्बत का कर्ज़ा लेने चला है।दिल! इस कर्ज़े का ब्याज आँसुओं से भरने चला है! - अनुराग
उन होठों पे सजी मोहब्बत का कर्ज़ा लेने चला है।दिल! इस कर्ज़े का ब्याज आँसुओं से भरने चला है!
- अनुराग