20 MAR 2018 AT 9:51

नहीं, यह विकास नहीं, विनाश है चरम पर,
हाँ, यह यथार्थ सही, मनुष्य का स्वार्थ है चरम पर,
प्रगति का यह संकेत नहीं, प्रकृति का ह्रास है चरम पर,
नहीं, यह विज्ञान नहीं, अज्ञान है चरम पर ।

- जया मिश्रा 'अन्जानी'