दर्द, गफलत और परेशानी रहती है, हर किस्से के पीछे कहानी रहती है -
दर्द, गफलत और परेशानी रहती है, हर किस्से के पीछे कहानी रहती है
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कानों में गुनगुन कहती, हँसती या गुमसुम रहती गीत बनकर मेरे दिल में प्राणों में रुनझुन बहती!! -
कानों में गुनगुन कहती, हँसती या गुमसुम रहती गीत बनकर मेरे दिल में प्राणों में रुनझुन बहती!!
कहीं सजदा और रब कहीं ,अब नहीं,अब नहीं ,अब नहीं !! मैं पहले नासमझ था मग़र, अब नहीं, अब नहीं, अब नहीं!! जसप्रीत (jazzbaat) -
कहीं सजदा और रब कहीं ,अब नहीं,अब नहीं ,अब नहीं !! मैं पहले नासमझ था मग़र, अब नहीं, अब नहीं, अब नहीं!! जसप्रीत (jazzbaat)
शब्दों को तो मक्कारी की आदत है ,हालांकि!!मन माने,तब ही आफ़त है !!नीम कर्म पर चढ़ा हो शहद शब्दों का ,भाग लो मियाँ, फ़िर तो आप की शामत है!! -
शब्दों को तो मक्कारी की आदत है ,हालांकि!!मन माने,तब ही आफ़त है !!नीम कर्म पर चढ़ा हो शहद शब्दों का ,भाग लो मियाँ, फ़िर तो आप की शामत है!!
उस मुक़ाम पर हुँ आ पहुँची,जहाँ सब खोना है और खो के पाना है!!यूँ जीना भी है जिंदगी की ,मरना नहीं मग़र मौत को छू कर आना है !! -
उस मुक़ाम पर हुँ आ पहुँची,जहाँ सब खोना है और खो के पाना है!!यूँ जीना भी है जिंदगी की ,मरना नहीं मग़र मौत को छू कर आना है !!
धूप ,छाँव,दर्द , अँधेरा जुदा है, मग़र मैं उसका, वो मेरा ख़ुदा है, -
धूप ,छाँव,दर्द , अँधेरा जुदा है, मग़र मैं उसका, वो मेरा ख़ुदा है,
धूप, छांव, दर्द, अँधेरा जुदा है, मग़र मैं उसका, वो मेरा ख़ुदा है, -
धूप, छांव, दर्द, अँधेरा जुदा है, मग़र मैं उसका, वो मेरा ख़ुदा है,
जिस्म भी उतार फैंका मग़र तेरी खुशबु मेरी हस्ती से नहीं जाती है!! -
जिस्म भी उतार फैंका मग़र तेरी खुशबु मेरी हस्ती से नहीं जाती है!!
सही रहे गलत, गलत सही रहे, हम भी वही रहे, तुम भी वही रहे!! -
सही रहे गलत, गलत सही रहे, हम भी वही रहे, तुम भी वही रहे!!
बर्बाद हूँ, बर्बादी की आग का कतरा नहीं हूँ मैं अपने अलावा ,किसी के लिए खतरा नहीं हूँ!!! -
बर्बाद हूँ, बर्बादी की आग का कतरा नहीं हूँ मैं अपने अलावा ,किसी के लिए खतरा नहीं हूँ!!!