6 JUL 2018 AT 7:42

जब भी वो शख़्स लम्बी लम्बी सी फैंकता है
हर कोई उसकी जानिब हैरत से देखता है

देकर दिलासा पंदरह पंदरह वो लाख़ का फिर
कह कर फक़ीर ख़ुद को जेबों को लूटता है

- Ayaaz saharanpuri