वही शख्स दूसरों को बदनाम करने की साज़िश रचता है,
जिनके स्वयं के सर पर बदनामी का ताज हो !!-
ताउम्र मां- बाप को कुछ
तोहफ़ा नहीं दे सके तो,
उनके दिए संस्कार उन्हीं
को हमने तोहफे में दे दिए!!!-
हर भोर,
मैं तनिक..
भविष्य में जी लेती हुं,
क्योंकि हर रात्रि,
मैं तनिक
वर्तमान में मर जाती हुं!!!-
हम बहुत कुछ जानते है...
ये अंधविश्वास है,
हम बहुत कम जानते है...
ये आत्मविश्वास है!!-
"हमारी बेटी बहुत समझदार हैं"
सिर्फ ये कुछ शब्द कहकर मां- बाप अपनी बेटी
को कम उम्र में समझदार बना देते हैं,
और बेटी इन कुछ शब्दों की इज्ज़त के लिए
ताउम्र अपनी खुशियों की कुर्बानियां देती हैं!!-
शादीशुदा महिला के लिए....उसके पति का पत्नि पर,
अखंडित विश्वास ही उसकी पूर्णतया आज़ादी और सम्मान होता हैं!!
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सुना है....
बहुत ज्यादा स्वच्छ है तुम्हारा शहर,
तो फिर तुम कैसे इतने ज्यादा मैले हों ?-
जिंदगी के समुंदर में, बचपन कि कश्ती डूब गई,
जवानी के जहाज में क्या सफ़र किया,
बुढापे का खुला आसमां दिख गया!!!-