आसमान के पंछी देख रहे हो
उड़ना कैसे है ये सीख रहे हो।
भूल मत जाना इस जमीन को
सीखे हुवे हौसलों से
याद रखो इस जमीन को
बीते हुवे फासलों से।।-
Thinker..
Observer..
Writer...
धीमी हुई हें 'तेरी आग
सून ले तू मेरी बात
जाना हें तुझे उस पार
कर मेहनत और उठा ले अपने ख्वाईशौका भार
कमजोर नही हें तू बस डर मत कठीनांयौसे
क्यों की तू ही हें तेरे जीवन का सही मायने में शिल्पकार।-
आवाज क्यों हो रही हें इस दिल में
उसे बता दू क्या।
सोया हुआ ये मरीज अक्सर उठ जाता हें
उफक की तलाश हें उसे नही हें वहा वो
उसे बता दू क्या।-
प्यार प्यार होता है दिल बाद में रोता है
तेरा आना बाते करना मुस्कुराना ख्यालो में रूठा हें।
मेरी हा और तेरा जवाब इंतजार में सोता हैं।
हा प्यार प्यार होता है दिल बाद में रोता है।।
ये महसूस बड़ा करता है और अंदर ही अंदर झुठा है।
तुझे पुकारता हें आवाज धिमी हें बस गम ए प्याला पिता हें।
हां प्यार प्यार होता है दिल खराब में रोता है।।
तू तो बहुत दूर है पास होने का छलावा होता है।
तेरी तस्वीर देख के ये पागल आवारा रोता हें।
अच्छे से जान नहीं पाई बार बार कहते हैं
हां, प्यार प्यार होता है तो दिल खराब में रोता है।।
तू किसी की हो न जाए ये सोच का बचपना हें।
सोच तो हैं हकीकत नहीं ये तस्सली ये बार बार देता है।
मुझे पता हें वो प्यार करती है मुझसे पर डरती है।
क्यों की प्यार प्यार होता है तो दिल खराब में रोता हें।।-
इस समय का भी बड़ा अजब है
किसीका आता है किसी का होता है
जिंदगी की इस कश्मकश में
कोई रोता है तो कोई सोता है
मुकाम तो उसे ही मिलता है जनाब
जो मेहनत के बीज बोता है
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वेग असावा किरणांचा सुर्यासारखा
विचार असावे संथ चंद्रासारखे
आयुष्याच्या वाटेवरून चालताना भीती असावी अंधाराची.
दुतोंडी मनाच्या भीतीचे आत्मविश्वासात रूपांतरण किमयाच आहे.
वैभव असते मेघांचे मेहनतीच्या कडाडन्यामध्ये
अपरंपार आहे विज्ञानाची किमया
दर्पण निरीक्षणाचे सोबती आहे आपल्या
ओळखण्यास चुकलो मानवाच्या क्षमतेला
उत्क्रांती चा शोध श्यक्य नव्हे
श्यक्य तितक्या विचारांचा फाफटपसारा घेऊन
हे करूनागरा,निरीक्षणाचे ओझे पेलवेल का तुला..
शोध करतो आहे आम्ही तुझा
विज्ञानाच्या पायदळी तुडवला जातो आहे
पर्याय शिल्लक नाहीये आमच्याकडे
उत्तर आहे फक्त तुझ्याकडे
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मानवता की इस जंग में
हम मानवता ही भूल गये
अहंकार की लय में
हम क्षमा करणा ही भूल गये
संसार में आये तो बेहेक गये
बुरी आदतो में मेहेक गये
अच्छाई तो सबमे हें
उसे पेहचानना ही भूल गये
इस जीवन की डोर धरे
उस आसमान से हो परे
प्रसिद्धी की चाह में
हम धरती की गेहराई भूल गये
सुख दुःख राग लोभ घृणा मत्सर
सब कुछ अपने अंदर हें
इस दुनिया की दौड में
हम सही चुनना ही भूल गये
एक ही परमतत्त्व सबमे हें
अब बस करो दुर्वव्हार
जानना हे उसे तो
सत्वगुण को करो अंगीकार-
लमहें तो याद आते हें उन मुसाफिरों की तराह
की भूल गया हूं सबकुछ आवारों की तराह
मंजिल मिल गयी उन खोये हुए पहाडों पर बडी मुस्किल से
पकड लेता उस तारों को तब फिसल गया नासमजो की तराह
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Whenever we don't pour water to this shrub it won't grow
Life is just like this
Whenever we don't pour some confidence,smart work to life it won't give you success...
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प्यार एक एहसास हे युही नही हमे दफनाया जाता हें
प्यार एक जीवन का मेला हें युही नही हम फेरे लेते हें
प्यार एक आदर हें एकदुसरे का युही नही हम झुक के हार पेहनाते हें
प्यार तो सबके अंदर होता हें बस जताने की तो बात होती हें
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