9 SEP 2017 AT 7:49

सबसे क़रीबी रिश्ते हमेशा नक़ाब में ही रहते हैं।
नक़ाब उठता नहीं इसलिए कुछ दिखता नहीं।
माता पिता बच्चों को कभी ये हकीकत नहीं बताते कि असल तो नक़ाब में बंद है।परिणाम ये कि सभी एक भ्रम को सच समझ जीते चले जाते हैं। दूर का तो बच्चे भी अपने अनुभव से सीखते जाते हैं लेकिन इतने पास का नहीं सोच पाते क्योंकि नक़ाब कभी हटता ही नहीं और अगर बच्चा कुछ सोचे भी तो माता पिता की दी गई सीख के आगे वो चुप ही रहता है। जिस दिन नक़ाब ज़रा भी हटता है वो बच्चा बिखर जाता है क्योंकि इतना भयानक उसने कभी कुछ नहीं देखा होता है।
माता पिता को अपने बच्चों को बचपन से ही नक़ाब के पीछे की सच्चाई भी अवश्य बतानी चाहिए। दुनिया अच्छी है या बुरी आपको सब पता है लेकिन आपके सबसे क़रीबी का चेहरा ही आप ने नहीं देखा !!!

-