नमी बढ़ गई है नींव मेंसीलन है जो बढ़ती ही जा रहीदीवारें कमज़ोर हो चलीं हैंढहने को हैं सब की सबकोई नहीं पास,जो थाम सके इन्हें। -
नमी बढ़ गई है नींव मेंसीलन है जो बढ़ती ही जा रहीदीवारें कमज़ोर हो चलीं हैंढहने को हैं सब की सबकोई नहीं पास,जो थाम सके इन्हें।
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