1 NOV 2017 AT 12:31

आप सबके लिए हैं
आपके लिए कोई नहीं।
सबको प्यार देना, सबका ख़याल रखना
आपकी ज़िम्मेदारी।
आपसे प्यार ?
आपका ख़याल ?
ख़ुद आप करें।
सब की ख़ुशी ही आपकी ख़ुशी
सब की तकलीफ़ आपका दर्द।
आपकी ख़ुशी ?
आपकी तकलीफ ?
ख़ुद आप ही सहें।
तन्हा ज़िंदगी में बटोर कर मुस्कान
निभाते जाइए सारे रिश्ते
सबको आबाद करते
ख़ुद को ख़त्म होते देखिए
कैसे मुस्कुराती है ज़िंदगी।

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