खाक क्या तुमको कोई समझ पाएगाबिन संवेग क्या कोई मानव कहलाएगा -
खाक क्या तुमको कोई समझ पाएगाबिन संवेग क्या कोई मानव कहलाएगा
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कहता है जन्म दिवसबीत गए है 365 दिवस,जीवन के यह सब दिवसबीत गए है गत वर्ष सेऔर कहते है सब हर्ष सेजन्म दिवस है जन्म दिवस हैUs bewafa ko janam din Mubarak -
कहता है जन्म दिवसबीत गए है 365 दिवस,जीवन के यह सब दिवसबीत गए है गत वर्ष सेऔर कहते है सब हर्ष सेजन्म दिवस है जन्म दिवस हैUs bewafa ko janam din Mubarak
दूर चले गए जो मेरे सजनालौट कर आएंगे कब मेरे अंगना -
दूर चले गए जो मेरे सजनालौट कर आएंगे कब मेरे अंगना
बहुत दूर चले जाते है लोगघर जाकर भूल जाते है लोग -
बहुत दूर चले जाते है लोगघर जाकर भूल जाते है लोग
जो तुम हमसे रूठ गयी हम तुमको मनाने आएँगेकुछ दिन और रुक जाओ हम तेरी बाहों में आएंगे -
जो तुम हमसे रूठ गयी हम तुमको मनाने आएँगेकुछ दिन और रुक जाओ हम तेरी बाहों में आएंगे
बातो बातो में तुझे कुछ जो कह गया थाबस यही तो मेरा इज़हार ए मोहब्बत था -
बातो बातो में तुझे कुछ जो कह गया थाबस यही तो मेरा इज़हार ए मोहब्बत था
तेरी जुल्फों के साए में जिया जाएऔर शराब से दूर रहा जाएनशा ही तो करना है तो क्यो नातेरी मोहब्बत का किया जाएऔर शराब से दूर रहा जाए -
तेरी जुल्फों के साए में जिया जाएऔर शराब से दूर रहा जाएनशा ही तो करना है तो क्यो नातेरी मोहब्बत का किया जाएऔर शराब से दूर रहा जाए
पिछली बारिश के अरमान मुझे याद हैजो होने थे पूरे आज की बारिश मेंइमारत ढह रही है आज अरमानो कीजो हो न सकी बारिश मेरी इबादत की -
पिछली बारिश के अरमान मुझे याद हैजो होने थे पूरे आज की बारिश मेंइमारत ढह रही है आज अरमानो कीजो हो न सकी बारिश मेरी इबादत की
शाम की बेरहमी से ये दिल बहुत उदास हैथा उसका आज इंतज़ारबन गया नया इंतज़ारये वादा था उस शाम कातय था आज की शाम काहो न सका मिलन शाम कातो हो न क्यो? दिल उदास सा -
शाम की बेरहमी से ये दिल बहुत उदास हैथा उसका आज इंतज़ारबन गया नया इंतज़ारये वादा था उस शाम कातय था आज की शाम काहो न सका मिलन शाम कातो हो न क्यो? दिल उदास सा
नही लिख पाया बहुत दिनों से उकेर नही पाया उसे शब्दों मेंविचार नही कुछ मेरे मन मेंयही विचार आया शब्दों में -
नही लिख पाया बहुत दिनों से उकेर नही पाया उसे शब्दों मेंविचार नही कुछ मेरे मन मेंयही विचार आया शब्दों में