12 MAR 2018 AT 15:46

मुकम्मल जहां की तलाश थी...
पर कभी मुकम्मल पल भी न मिले...
पता नही सपना गलत था या देखना एक गलती,
जब भी याद करो, खुद से होते हैं लाखों गीले...

- ✍hERRY