उन्होंने कहा मुझे शर्म आ रही है, हमने पूछा किससे हमसे ? उन्होंने कहा नहीं चांद देख रहा है, हमने कहा देखने दो उसे..... हमारी मोहब्बत की गवाही उसे ही देनी है ।।
खो जाऊं उसकी महक में , खो जाऊं उसकी सिलवटों में , खो जाऊं उसके हर पन्ने में, खो जाऊं उसके हर किरदार में, मोहब्बत तो सिर्फ किताबों से शुरू और किताबों पे ही खतम है ।