सिर्फ़ अहमियत की बात है, वरना वक़्त और बहानेअपने-अपने समय पर मिल ही जाते है। -
सिर्फ़ अहमियत की बात है, वरना वक़्त और बहानेअपने-अपने समय पर मिल ही जाते है।
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