10 DEC 2017 AT 20:58

मांगने मंदिर में हम मोहब्बत की दुआ निकलें ,
अहसास हुआ तभी हमें की वो
राधा-कृष्ण तो खुद ही मोहब्बत में जुदा निकलें,
जुदा होके भी एक ही हैं दोनों
आखिर वो खुदा जो निकलें।।

- हर्षिता की कलम