9 DEC 2017 AT 21:34

~ बेटियाँ ~
चेहरे पर खिलती मुस्कान हैं बेटियाँ,
घर में गुनगुनाती ख़ुशियों की गीत हैं बेटियाँ।
पिता की ताकत
माँ की आँखों का ख्वाब होती हैं बेटियाँ।
छलकती आँखों की रुमाल,
टूटती आश में उम्मीदों का प्रकाश हैं बेटियाँ।
दो परिवारों को जोड़ने की डोर ,
हर ग़मों की तोड़ है बेटियाँ।
माँ के संस्कारों की सुगंध,
बाप का घमंड है बेटियाँ।
माँ बाप के आँखों का तारा,
जिंदगी का सबसे मजबूत सहारा हैं बेटियाँ।
उन्हें सौभाग्य मिले इसीलिए
खुद के दान से नही कतराती है बेटियाँ।
जो मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ आया था
वो बदनसीब क्या जाने की
किस्मत वालों को ही मिलती हैं बेटियाँ।
ईश्वर का एक वरदान हैं बेटियाँ।।

- हर्षिता की कलम