11 APR 2018 AT 8:27

अक्सर ही जो भिखारियों को देख अपनी गाडी की रफ़्तार बढ़ा लिया करते है,
वो भी मंदिर में दूध ना चढाने जैसी नसीहतें दिया करते है।

- हर्षिता की कलम