मानो मेरी बात ज़माना बहुत खराब है मैं देखा हूं झेला हूं सो मुझे ऐतबार है यूं वक्त को हाथो से ज़ाया न करो यही तो दौलत है जनाब लुटाया न करो हर पल खुद को मंजिल की याद दिलाना पड़े इतना भी कमज़ोर खुद को बनाया ना करो रातों को काला करके आए हो सेवरों में उजाला भर के आए हो मुश्किल लगा था तो क्या सोच कर चले आए हो! आसान नहीं तुम जो करके आए हो आसान नहीं तुम जो करने आए हो ऐसा आसान क्या था जो तुम करके आए हो?