चार दिन गायब होकर देख लीजिए लोग आपका नाम भूल जाएंगे.... इंसान सारी जिंदगी इस धोखे में रहता हैं की वह लोगों के लिए अहम हैं.... लेकिन हकीकत यह होती हैं कि आपके होने या ना होने से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता... जिसकी जितनी जरूरत होती हैं उसकी उतनी ही अहमियत होती हैं... न रुकी वक़्त की गर्दिश, न जमाना बदला, पेड़ सूखा तो परिंदो ने ठिकाना बदला !
पुराने संगीत में बसे ठेहराव सी है वो, जब भी गुफतगु होती है, सकुन सी लगती है, परे है कहीं, दूर फिर भी दिल के पास, वो नदिया की शांत सी धारा है मानो, मैं किनारे की तलाश में मुसाफिर, ये सफर है, सुनो तो गज़ल, ना सुनो तो बसर है !
किस्मत खुद से नहीं चमकेगी,, बेजोड़ दम लगाना होगा !! नहीं बैठना होगा थककर, बस चलते जाना होगा !! ये कहना गलत होगा, मेरी तो किस्मत बेकार है !! किस्मत को दोष देना ही, तेरी सबसे पहली हार है !!
कुछ पन्ने कोरे रह गए ज़िंदगी में तुम्हारी, चलो मैं उन पन्नों का हिसाब बन जाता हूँ, अगर दिल में रखने का करती हो वादा, तो चलो मैं तुम्हारी एक किताब बन जाता हूँ, तुम पढ़ना मुझे, मुस्कुराना खिलखिला कर, चलो तुम्हारे सवालों का जवाब बन जाता हूँ, हकीकत ना सही पर सोचना ज़रूर मुझे, तो चलो मैं तुम्हारा एक ख्वाब बन जाता हूँ 🐰❤️🐼