दुनिया की सारी तकलीफ, जिसके गोद में सर रख तुम भूल जाओ, वो माँ। दुनिया की सारी खुशी, जिसकी खुशी में तुम पाओ, वो माँ। दुनिया की सारी दौलत, जिसके सामने छोटी, वो माँ। दुनिया की सारी संताने, जिसके लिए है जान, वो माँ।
दुनिया की सारी तकलीफ, जिसके गोद में सर रख तुम भूल जाओ, वो माँ। दुनिया की सारी खुशी, जिसकी खुशी में तुम पाओ, वो माँ। दुनिया की सारी दौलत, जिसके सामने छोटी, वो माँ। दुनिया की सारी संताने, जिसके लिए है जान, वो माँ।
आज हमने एक इंसान खोया है, सब के दिलों की जान खोया है, आज फिर हमने इरफान खोया है। ए ईश्वर लौटा दे हमे वो सितारा, जिसे खो के हमने पुरा जहान खोया है। जिसके चले जाने पे पुरा हिंदुस्तान रोया है।
वो आठ तो जान हैं, वही आठ तो शान हैं। जब भी मुसीबत है कोई आई तब साथ लड़ें हैं सब, जब भी दिक्कत है कोई आई साथ अडें हैं सब जब सब साथ हैं तो क्या बात है, जब कोई एक साथ नहीं तो कुछ खाली सा एहसास है। लड़ते हैं , झगड़ते हैं प्यार सभी एक दूसरे से करते हैं। जब आती चोट किसी एक को, दर्द महसूस करते सभी करते हैं। वो आठ जब साथ तो तकलीफ कैसी, वो आठ जब आठ तो तकलीफ कैसी।
तु उठ, तु लड़, तु लौट उसे हराकर जिंदगी के हर दर्द को तु स्वीकार कर वो एक दिन देगी तुझे हर वो खुशी जिसका तु हक़दार है एक बार उठ कर प्रयास तो कर उसके हर दिए दर्द को स्वीकार तो कर उसके हर दिए दर्द को स्वीकार तो कर
सपने देखते देखते यह कहाँ आ गए, मंजिलों को तो हम यूँ ही भुल गये। फिर मंजिलों की तलाश में जो निकले हम, तो यादें बनाना भुल गए। यादों की खोज को निकले हम तो ख्वाहिशों हम यूँ भुल गए। जब निकले दोबारा इन सबों की तलाश में, तो हम जिंदगी जीना भुल गए, तो हम जिंदगी जीना भुल गए।
सपने देखते देखते ये हम कहाँ आ गए, मंजिलों को यूँ हम भूल गए..... मंजिलों की तालाश करने फिर इस कदर निकले हम, यादें बनाना हैं हम भूल गए..... जब यादें बनाने निकले तो, खवईशें पूरी करना भूल गए। इन सब को पूरा करने के लिए , हम आपने आप को ही भूल गए। हम अपने आप को ही भूल गए।
मंजिलों की तलाश में यूं ना भटक राही, मंजिलों को तोह वक दिन मिल हैं जाना है। रास्तों की कदर करो, उन्हीं पर चल कर वहां जाना है। उन रास्तों की यादों को समेट कर रखना है, उन यादों से ही मंजिलों को खूबसूरत बनाना है। उन यादों से ही मंजिलों को खूबसूरत बनाना है।